Dedicated to the poem lover.Hindi poem Lover. "हिन्दी कविता".Love poem.I like to write new poem from my bottom of heart.Get connected through my page for new and funny "हिन्दी कविता"
Monday, September 6
टिन-टिन जब बजती है .....
जब वो बजती है , तो मानो सही में मेरी बजती है .....
न जाने किस -का कॉल हो , पर मेरी बजती है
चाहे वो कॉल कस्टमर केयर का हो ,या क्रेडिट कार्ड वाला का ...
या हो X गर्ल फ्रेंड का ,पर मेरी बजती है
न जाने वो कौन सा दिन था , जब हमने ये बजने वाला यन्त्र ख़रीदा था ...
और अपना चैन -सकून भी खोया था
सयाद वो दिखा था ,या मेरी जरुरत
लकिन कुछ भी हो , वो दिन था बरा ही बदसूरत ...
बजते -बजते न जाने कब , खुद ही कालर तुने लग जाता है ..
औउर हमारे मेहनत के 30 रुपीस भी ले जाता है
मानो तो ये मेरी ही नहीं , ये तो साडी दुनिया की बज रही है ...
लकिन क्या करे बजती ही तो बजनी दो ........और दुनिया को युही ही मस्ती में चलने दो .......
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