Monday, May 13

बस जाओ


बस जाओ ,थम जाओ -जरा ठहर तो जाओ
                 थोरी दूर चलो हो ,जरा संभल तो जाओ
पास तो आओ जरा मुस्कराओ
                सासे थम सी गयी है ,जरा नजदीक तो आओ
हो जाएंगे दूर ,अगर ऐसे ही रहे
               जरा पास तो आओ ,साथ कदम तो बढ़ाओ
सफर है हमारा ,जिगर है तुम्हारा
                       चलो हो तो चलो, फिर क्यो रुको हो
छूकर के तो देखो ,जरा इस आहट को सुनकर के तो देखो
                      कहि न कहि बसी हो तुम......।
  आंखे बंद करके  देख लेना...।
                      हर जगह बस तुम ही तुम .....तुम ही तुम..............

No comments:

Post a Comment